गोरखपुर। गुरुवार को मियां बाजार रेती रोड स्थित नूर मोहम्मद दानिश की दुकान में महफिल-ए-मीलाद हुई। कुरआन-ए-पाक से महफिल शुरू हुई।
मुफ्ती अख्तर हुसैन ने कहा कि इस दौर में इत्तेहाद व इत्तेफाक की काफी जरूरत है। नेक बनें, एक बनें। पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान बड़ी अजमत वाली है। हम उस पैगंबर-ए-आज़म के मानने वाले हैं जिसको अल्लाह ने तमाम पैगंबरों का सरदार बनाकर भेजा।
मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी ने कहा कि मुसलमान जो भी नेक काम शुरू करें उसमें सबसे पहले बिस्मिल्लाह पढ़ें। इससे उनके काम में बरकत आएगी।
मौलाना मोहम्मद अहमद ने लोगों से नमाज की पाबंदी व पैगंबर-ए-आज़म की सुन्नतों के मुताबिक जिंदगी गुजारने और नेकी व सच्चाई के रास्ते पर चलने की नसीहत की।
सलातो सलाम पढ़कर खैरो बरकत की दुआ मांगी गई। अब्दुल कादिर, अली हसन, सैयद शहाबुद्दीन, मो. नाज़िम, फज़ल, मो. इस्लाम, नजीर अहमद आदि मौजूद रहे।