- शहीदाने कर्बला के चेहल्लुम की मजालिस जारी
फ़तेहपुर, बाराबंकी(अबू शहमा अंसारी)। सच्चा मुसलमान वो है जिसके हाथ और ज़ुबान से दूसरा इंसान महफ़ूज़ रहे, भले ही वो दूसरे मज़हब या फ़िर्क़े का हो इन खयालात का इज़हार
16 सफ़र की सुब्ह 10 बजे होने बड़ा इमाम बाड़ा महल फतेहपुर में होने वाली मजलिस में सुल्तानपुर से तशरीफ़ लाये मौलाना शेख़ मुशीर अब्बास ने हदीसे रसूल सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम का हवाला देकर कहा कि हम सभी को एक-दूसरे से प्यार, मुहब्बत और इज़्ज़त करते हुए एक-दूसरे का एहतिराम चाहिए। एक मुसलमान के लिए ये जायज़ नहीं कि दूसरे फ़िर्क़े के मुसलमान पर तोहमत और झूठे इल्ज़ाम लगाए, दूसरे फ़िर्क़े के अक़ाएद और रसूमात के बारे में झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त झूठों पर लानत करता है। मौलाना ने मज़ीद कहा कि अब वक़्त आ गया है कि सिर्फ और सिर्फ इत्तेहाद बैनुल मुस्लेमीन की बात की जाये, आलिम न कभी झूठ बोलेगा और न लड़ायेगा लेकिन जाहिल हमेशा झूठ बोलकर लड़ाएगा। मौलाना ने कहा कि जबतक नमाज, रोज़ा बाक़ी है तब तक अज़ादारी बाक़ी रहेगी। मौलाना ने कहा कि सहाबी ए रसूल सल0 हज़रत जाबिर बिन अब्दुल्लाह अंसारी रज़ि0 क़ब्रे इमाम हुसैन अ0 के पहले ज़ायर थे ! ऐसे सहाबा (रज़ि0) पर लाखों करोड़ों सलाम करने चाहिए।
गुज़िश्ता 14 सफ़र की मजलिस को मौलाना हसनैन बाक़री ने खिताब किया और 15 सफ़र की मजलिस को बिहार राज्य के पटना के मौलाना सज्जाद हुसैन ने ख़िताब किया।
बड़ा इमाम बाड़ा ट्रस्ट के चेयरमैन सैय्यद हसन इब्राहीम काज़मी के ज़ेरे निगरानी होने वाली क़दीमी सह रोज़ा मजालिस की 17 सफ़र को होने वाली मजलिस को जामिया लखनऊ के प्रोफेसर मिर्ज़ा शफ़ीक़ हुसैन शफ़क,18 सफ़र की दूसरी मजलिस मौलाना शमशाद जाफ़री और 19 सफ़र की तीसरी और अलविदाई मजलिस को आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी और लखनऊ की शाही आसफ़ी मस्जिद के इमामे जुमा आफताबे शरीअत मौलाना सैय्यद कल्बे जव्वाद साहब क़िब्ला ख़िताब फ़रमायेंगे।
फ़तेहपुर की इन क़दीमी और तारीख़ी मजालिस मे शिर्कत करने के लिए बड़ा इमाम बाड़ा ट्रस्ट के चेयरमैन सैय्यद हसन इब्राहीम काज़मी साहब के बहनोई सैय्यद क़ायम मेहदी ज़ैदी लंदन इग्लैंड से ख़ुसूसी तौर पर फ़तेहपुर तशरीफ़ लाये हैं। इस अवसर पर खावर सीतापूरी, नदीम सीतापूरी, नगमी मोहानी, मुसय्यब हुसैन, अली जव्वाद, सय्यद गाज़ी, मुख्तार अंसारी, वसीम बनारसी, शकील सिद्दीकी, मोमिन वारसी, हुसैन अंजुम सहित आदि लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे।