बाराबंकी(अबू शहमा अंसारी)। स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर काशिफ़ पब्लिक स्कूल शहाबपुर बाराबंकी के विशाल प्रांगण में स्वतंत्रा दिवस रंगारंग कार्यक्रमों के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के चेयरमैन तथा पूर्व मंत्री शादाब फातिमा तथा विद्यालय के प्रबंध निदेशक सैयद नसीम हैदर द्वारा संयुक्त रुप से ध्वजारोहण के साथ किया गया। तदउपरान्त विद्यालय की चेयरमैन तथा पूर्व मंत्री शादाब फातिमा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे देश पर अंग्रेजो ने क़रीब दो सौ वर्षों तक राज किया।हम अंग्रेज़ो के गुलाम थे।हमे और हमारे देश को ब्रिटिशों से आज़ादी इतनी आसानी से नहीं मिली है।देश को आज़ाद कराने में बहुत से क्रांतिकारियों और सेनानियों ने बलिदान दिया है।देश को आज़ाद कराने में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी,चन्द्र शेखर आज़ाद,सुभाष चंद्र बोस,मंगल पांडे,बाल गंगाधर तिलक,पंडित जवाहरलाल नेहरू,लाला लाजपतराय,खुदी राम बोस सहित न जाने कितने क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियो ने अपना बलिदान दिया है।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का शुभारंभ सन 1857 ई. से प्रारंभ हुआ था और 15 अगस्त 1947 को हमे आज़ादी मिली थी।”शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा”।इन्ही वचनों के साथ पूर्व मंत्री ने अपनी वाणी को विराम दिया।विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश कुमार दुबे ने अपने उद्बोधन में सबको 77 वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत विभिन्न संस्कृतियों का मिश्रित रूप है। और सभी लोग रंग,रुप,वेश,भाषा अलग होने के बाद भी भारतीय हैं।यही विशेषता भारत को अन्य देशों से अलग करती है।यही अवधारणा विविधता में एकता को पुष्पित व पल्लवित करती है।विद्यालय में बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।बच्चों की प्रस्तुति को देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।नन्हे-मुन्ने बच्चों की भावपूर्ण प्रस्तुति को देखकर दर्शक करतल ध्वनि करने पर मजबूर हो गए।कार्यक्रम का समापन मिष्ठान वितरण के साथ हुआ।
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