धार्मिक

किन औरतों से निकाह करना मना है!

📖मसअला:- माँ सगी हो या सौतेली बहन सगी हो या सौतेली बेटी पोती नवासी नानी दादी ख़्वाह कितनी पुश्तों का फ़ासिला हो इन सबसे निकाह हराम है।

📖मसअला:- फूफी/ फूफी की फूफी ख़ाला/ ख़ाला की ख़ाला भतीजी भान्जी और भान्जी की लड़की या उसकी पोती नवासी भी मुहरमात में दाख़िल हैं इन सबसे भी निकाह हराम है।

📖मसअलाः – ज़िना से पैदा हुई बेटी पोती बहन भतीजी भान्जी भी मुहरमात में दाख़िल हैं इनसे भी निकाह हराम है।

रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तहक़ीक कि रज़ाअत यानी दूध के रिश्तों से भी वही हराम हो जाते हैं जो विलादत से हराम होते हैं।

रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया दूध के रिश्तों से वही हराम हो जाते हैं जो नसब से हराम होते हैं।

यानी किसी बच्चे ने अगर किसी दूसरी औरत का दूध पिया तो वह और उस बच्चे की माँ हो जायेगी और उसका शौहर जिससे औरत का दूध उतरा दूध पीने वाले बच्चे का बाप हो जायेगा और उस औरत वा तमाम औलादें उसके भाई बहन हो जायेंगे और उनसे निकाह हराम हो जायेगा जैसा कि नसब में हराम है।
(इब्ने माजा, सफ़ा 138)
(बहारे शरीअ़त, हिस्सा 7 सफ़ा 30)
(मुस्लिम शरीफ़, जिल्द 1 सफ़ा 466)

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