लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, गोरखपुर सात चीज़ें नमाज़ में फ़र्ज़ हैं इनमें से एक भी छूट जाये तो नमाज़ होगी ही नहीं लिहाज़ा दोबारा पढ़ी जायेगी। तकबीरे तहरीमा (नीयत बाँधना) क़ियाम क़िरात रुकू सुजूद क़ादा-ए-आख़ीरा (आख़िरी रकअत में बैठना) ख़ुरूज बेसुनऐही (सलाम फेरना) तकबीरे तहरीमा:- नमाज़ शुरू करने के लिए जो तकबीर कहते हैं उसे […]