धार्मिक

सीरते रसूल का महत्व

लेखक: जफर कबीर नगरीछिबरा, धर्मसिंहवा बाजार, संत कबीर नगर उ.प्र. सीरत क्या है? सीरत अरबी भाषा का शब्द है, इस का शाब्दिक अर्थ है विधि और तरीके, और सीरत-ए-रसूल का अर्थ है पैगंबर की जीवनी, जीवनशैली, रहन सहन, आदतें, मेल जोल, लोगों से संबंध एवं चरित्र आद, सीरत-ए-रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम एक ऐसा विषय है […]