✍🏻मो परवेज़ आलम पति-पत्नी एक गाड़ी के दो पहियों के समान होते हैं। जिस प्रकार से कोई भी गाड़ी एक पहिया के सहारे आगे नहीं बढ़ सकती है, उसी तरह एक शादीशुदा ज़िंदगी पति-पत्नी के सामूहिक योगदान के बगैर सही तरीके से आगे नहीं बढ़ सकती है। शादीशुदा ज़िन्दगी स्वर्ग समान तभी बन सकती है, […]