हुज़ूर सलल्ललाहु तआला अलैही वसल्लम की तमन्ना पर रब ने आपकी उम्मत को शबे क़द्र अता की जो 1000 महीनो की इबादत से अफज़ल है।📕 मुकाशिफातुल क़ुलूब,सफह 647 फुक़्हा:- जो शबे क़द्र मे इतनी देर इबादत के लिये खड़ा रहा जितनी देर मे चरवाहा अपनी बकरी दूह ले तो वह रब के नज़दीक साल भर […]