लेख: जैनुल आबेदीन नदवी अनुवाद: मो साबिर हुसैन नदवी,पूर्णिया,बिहार चारों ओर हर कोई ख़ुद को ह़क़ पसंद और सच्चाई का झंडा उठाने वाला बताने में व्यस्त है और ताज्जुब है कि ख़ुद के तय किए हुए सिद्धान्तों पर अमल करने ही को ह़क़ समझने की भूल करते हुए इसी की दावत दे रहा है, जिस […]