गोरखपुर

ईद मिलादुन्नबी ‘वर्ल्ड पीस डे’ के रूप में मनाने की अपील

गोरखपुर। 19 अक्टूबर को पड़ने वाले ईद मिलादुन्नबी त्योहार के मद्देनज़र शहर की मस्जिदों के इमामों ने बुधवार को अपील जारी की है। जिनसे पैग़ंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तालीम भी आम होगी और समाज सेवा भी। जिन पर अमल कर लिया जाए तो आपसी भाईचारा व मोहब्बत में इजाफा होगा और त्योहार भी शांति के साथ सम्पन्न हो जाएगा। इमामों ने अपील की है कि मुसलमान ईद मिलादुन्नबी का त्योहार ‘वर्ल्ड पीस डे’ के रूप में मनाएं।

इमामों ने कहा है कि ईद मिलादुन्नबी के मौके पर देशवासियों में फूल और मिठाईयां बांट कर उन्हें पैग़ंबर-ए-आज़म के पैग़ाम से रू-ब-रू करवाएं। पौधारोपण कर पर्यावरण को हरा भरा करें। अपने शहर, गली व मोहल्ले को साफ रखें। अस्पतालों में जाकर बीमारों में फल-दूध वगैरा तकसीम करें। मोहल्लों में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगवाया जाए। गरीबों व यतीमों के बीच जाकर कपड़ा बांटे। गरीबों और यतीमों को खाना खिलाएं। उनके यहां राशन पहुंचाएं। पड़ोसियों का ख्याल रखें। घरों व मस्जिदों को झंडों व लाइटों से सजाएं। खूब इबादत करें। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत करें। दरुदो-सलाम का नज़राना पेश करें। रोजा रखें। शरीअत के दायरे में रहकर ईद मिलादुन्नबी की खुशियां मनाएं। मिलाद की महफिल सजाएं।

इमामों ने आगे कहा कि प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए पुरअमन तरीके से तयशुदा लोगों व रास्तों से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालें। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर उन्हें तालीमे पैग़ंबर-ए-आज़म पर कोई किताब, फूल और मिठाईयों के साथ मुबारकबाद पेश करें। जुलूस के रास्ते में कोई अस्पताल हो तो खामोशी से दरूदो सलाम का विर्द करते हुए निकल जाएं। जुलूस के रास्ते में कोई एम्बुलेंस आ जाए तो उसे रास्ता दें। जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे, बैंड बाजा या ढ़ोल बिल्कुल न बजवाएं और न ही आतिशबाजी करें। अमन के साथ जुलूस निकाला जाए और प्रशासन का सहयोग किया जाए। जुलूस में दीनी पोस्टर या किसी मजार जैसे गुंबदे खज़रा की बेहुरमती न हो इस बात का पूरा ख्याल रखा जाए। जुलूस की समाप्ति पर होर्डिंग्स व झंडे सुरक्षित स्थानों पर रख दिए जाएं। जुलूस में लोग इस्लामी लिबास, अमामा शरीफ व इस्लामी टोपी में सादगी के साथ शिरकत करें।

अपील जारी करने वालों में मौलाना मोहम्मद अहमद निज़ामी (गौसिया मस्जिद, छोटे काजीपुर), मौलाना जहांगीर अहमद अज़ीज़ी (सुब्हानिया जामा मस्जिद, तकिया कवलदह), मौलाना अनवर अहमद तनवीरी (फिरदौस जामा मस्जिद, जमुनहिया बाग), हाफ़िज़ मोहम्मद अशरफ (नूरानी मस्जिद, तरंग क्रासिंग), कारी शराफत हुसैन क़ादरी ( बेलाल मस्जिद, इमामबाड़ा अलहदादपुर), हाफ़िज़ महमूद रज़ा कादरी (चिश्तिया मस्जिद, बक्शीपुर), हाफ़िज़ रहमत अली निज़ामी (सब्जपोश हाउस मस्जिद, जाफ़रा बाज़ार), हाफ़िज़ आमिर हुसैन निज़ामी (गाजी मस्जिद, गाजी रौजा), मौलाना तफज़्ज़ुल हुसैन रज़वी (अक़्सा मस्जिद, शाहिदाबाद), मौलाना मो. सद्दाम हुसैन निज़ामी (बरकातिया मस्जिद, मिर्जापुर) शामिल हैं।

समाचार अपडेट प्राप्त करने हेतु हमारा व्हाट्सएप्प ग्रूप ज्वाइन करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *