- इन्कलाब जिन्दाबाद का नारा सब से पहले बुलंद किया था मौलाना हसरत मोहानी ने: मुफ्ती सलीम
बरेली शरीफ
आज आला हज़रत द्वारा स्थापित मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम दरगाह आला हज़रत में “आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव” के अवसर पर आन-बान-शान के साथ यौमे आज़ादी-ए-हिन्द (भारत का स्वतंत्रता दिवस) मनाया गया।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सुबह आठ बजे मदरसा परिसर में तिरंगा फहराकर कौमी तराना गया। उसके बाद मदरसे के छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। तिरंगे के साथ एक सुन्दर सी मानव श्रंखला बनाई। मदरसा और विश्व विख्यात दरगाह परिसर में एक सामूहिक तिरंगा रैली निकाल कर देश प्रेमियो की देशहित में कुरबानियों का संकेतिक अभिनन्दन किया।
मदरसे के शिक्षक डाक्टर एजाज अंजुम,मास्टर कमाल व मुफ्ती मोहम्मद सलीम बरेलवी ने स्वतंत्रता संग्राम में मदरसों,मदरसा छात्रों,मुफ्तियों,आलिमों,मौलवियों,
खानकाहों,सूफीयों,मुस्लिम क्रान्तिकारियों,विशेषकर रुहेलखंड के क्रान्तिकारियों और आला हज़रत खानदान बुजुर्गों की भारत के स्वतंत्रता संग्राम मे अदा की गई भूमिका और उनकी कुरबानियों पर रौशनी डालते हुए उन्हें आज़ादी के इतिहास को याद रखने और पढने की सीख दी।
मुफ्ती मोहम्मद सलीम नूरी ने बताया कि क्रांतिकारियों में” इन्कलाब जिन्दाबाद” का जो नारा जोश व जज़्बा भरता था और उनके अंदर देश प्रेम पैदा करता था यह नारा सब से पहले मौलाना हसरत मोहानी ने दिया था जो कादरी सिलसिले में मुरीद थे। उन्होने ने यह भी बताया कि”अंग्रेजो भारत छोड़ो” और “साइमन गो बैक ” का नारा सब से पहले यूसुफ महर अली ने लगाया था। उन्होने खान बहादुर खान की कुर्बानी और अंग्रेजो द्वारा देश की आजादी की जंग लडने पर दी गई फांसी का पर भी रौशनी डाली। रौशन सिंह,अल्लामा फजलेहक खैराबादी,जनरल बखत खाॅ,रामप्रसाद बिस्मिल,अशफाक उल्ला खान,लाला लाजपत राय, मुफ्ती एवज़ उसमानी,मुफ्ती किफायत काफी साहब,आला हज़रत के दादा व वालिद मुफ्ती रजा अली खान,मुफ्ती नकी अली खान और हजरत वासिल शहीद उर्फ पहलवान साहब तथा सादाते नोमहला के द्वारा पेश की गई आजादी की जंग में कुरबानियों का व्याख्यान किया। डाक्टर एजाज अंजुम ने बताया कि हमारे इस तिरंगे की निर्माता “सुरैया” नामी एक महिला हैं। इस मौके पर पर वक्ताओं ने छात्रों से अपील की कि अपने अंदर देश प्रेम का जज़्बा पैदा करें, जंगे आजादी के अपने योद्धाओं को हमेशा याद रखें।
मदरसे के प्रधानाचार्य मुफ्ती मोहम्मद आकिल ने कार्यक्रम का समापन करते हुए देश में अमन-चैन और शान्ति की दुआ की। बाद में मिठाई का वितरण कराया गया।
मदरसे के सभी शिक्षक गण मुफ्ती अफरोज़ आलम, मुफ्ती,मुफ्ती अच्युत खान,मुफ्ती मोइनुद्दीन ,सय्यद शाकिर अली,कारी अब्दुल हकीम,मुफ़्ती जमील खान,मौलाना अख्तर बरेलवी,मास्टर इरफान, मास्टर नाहीद,मास्टर खालिद,मास्टर मोहम्मद मियाॅ, सययद अनवारुल सादात ,मोइन खान आदि इस मौके पर उपस्थित रहे।



नासिर कुरैशी
मीडिया प्रभारी
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