लखनऊ। थाना कोतवाली निगोहा का मामला पत्रकारों से बातचीत के दौरान एसओ निगोहा की बोलती बंद।
मीरख नगर की रहने वाली मुन्नी देवी ने बाइक खरीदी थी जो किसी ऐक्सिडेंट मामले में सीज कर दी गयी थी लगभग एक वर्ष बाद कोर्ट से रिलीज आर्डर होने के बाद पीड़िता जब अपने पल्सर बाइक लेने थाने पहुँची तो वहाँ उसकी बाइक थी ही नही उसकी गाड़ी की नम्बर प्लेट दूसरी पल्सर पर लगा कर जो सिंगल सीटर थी जबकि पीड़ित की बाइक नई मॉडल डबल सीट की थी थाने वाले जबर्दस्ती दूसरी बाइक ले जाने का दबाव बना रहे थे जबकि पीड़ित ने दूसरी पुरानी बाइक लेने से सख्त मना कर दिया क्यों कि न तो बाइक मैच कर रही थी न ही चेचिस नंबर । इस मामले ने पुलिस व जनता के होश उड़ा दिए पुलिस के आला अधिकारियों ने भी साधी चुप्पी।
बाप बड़ा न भैय्या सबसे बड़ा रुपया,, ये पब्लिक है सब जानती है ।
पीड़ित का नम्बर /9838115004