जावेद शाह खजराना(लेखक)
इंदौर के दशहरा मैदान के सामने हजरत ग़ैब शाह वली की रूहानी मज़ार बरसों से हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनी हुई है।
जहाँ हर साल हिंदू-मुस्लिम सद्भावना मंच द्वारा उर्स का आयोजन किया जाता है। जिसमें देशभर के सूफी-संत और क़व्वाल हजरात भी तशरीफ़ लाते हैं।
दिनांक 24 मार्च से लेकर 26 मार्च तक रोजाना दरगाह पर रात 8 बजे कव्वाली के प्रोग्राम का इंतज़ाम किया गया है।
उर्स की शुरुआत 25 मार्च बरोज़ जुमा
ख्वाज़ा गरीब नवाज अजमेर शरीफ़ के ख़ादिम-के-खास सैयद तफ़ज़्ज़ुल मियां चिश्ती अजमेरी के द्वारा भेजी गई चादर पेश करके की जाएगी।
इस खास मौके पर अन्ना महाराज भी किन्नर समाज को लेकर ग़ैब शाह वली की दरगाह पर जुलूस द्वारा चादर पेश करेंगे।
उर्स की जानकारी देते हुए छोटे भय्यू महाराज ने बताया कि 27 मार्च को रंग की महफ़िल के साथ उर्स का समापन होगा।
आप तमाम हज़रात से गुज़ारिश हैं कि उर्स में तशरीफ़ लाए।
गुज़ारिशकर्ता
छोटे भय्यू महाराज,
समाजसेवी आरिफ खान वोरा जी,
महमूद साहब , मुस्ताक बाबा गद्दीनशीन , चंद्र भाई , गुड्डू भाई , सिद्दीक भाई , अब्दुल नियाजी बाबा के साथ
जावेद शाह खजराना 🌷🌷🌷