मुकर्रमी!
आप को बाखूबी मालूम होगा कि दौरे हाजिर में इंटरनेट की हैसियत क्या है? आज हर सवाल का जवाब सबसे पहले इंटरनेट की दुनिया में तलाश किया जाता है। फिर चाहे वह दीनी व दुनियावी मसाइल हो या कौमों की तारीख़। ऐसे में इंटरनेट पर हमारी तारीख़ भी होनी जरूरी है। फिलवक्त गैरो ने हमारी तारीख़ को तोड़मरोड़ कर पेश किया है। जिसके लिए नामी तार्रुफी वेबसाइट “विकीपीडिया” बतौर नमूना मुलाहिजा कर सकते हैं। इसी कमी के मद्देनजर आपके महबूब न्यूज़ इदारा “हमारी आवाज़” ने एक तार्रुफी वेबसाइट लांच करने का मजबूत इरादा कर लिया है। जहां सुन्नी उलमा-ए-किराम, दानिश्वरों, इदारों, तंजीमों और खानकाहों के साथ बुजुर्गानेदीन का सही तार्रुफ पेश करने के लिए एक बेहतरीन वेबसाइट लांच की जा रही है। ताकी इंटरनेट की दुनिया में हमारी सही तारीख़ महफूज़ हो सके और गैरों ने जो हमारी तारीख़ के साथ खिलवाड़ किया है उसका पर्दाफाश किया जा सकता है।
यह वेबसाइट सिर्फ व सिर्फ तार्रुफी वेबसाइट होगी। उलमा-ए-अहले सुन्नत से गुजारिश है कि जो हज़रात लिखने पढ़ने व तारीख़ में दिलचस्पी रखते हों वह खुद और करीबी उलमा-ए-किराम का मुख्तसर तार्रुफ हमें भेजें ताकी इस काम को जल्द से जल्द शुरु किया जा सके।
फिलहाल इस तार्रुफी वेबसाइट का नाम “इंट्रोपीडिया” मुनासिब मालूम होता है मगर अहबाब बेहतर नामों के मशवरे से नवाज सकते हैं। हम शुक्रगुजार होंगे। हम अपनी पहुंच के मुताबिक इंटरनेट की दुनिया में इस्लाम व मुस्लिमीन से मुताल्लिक सही और दुरुस्त मालूमात फराहम करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें आपका साथ हमारे हौसलों को नई उड़ान देगा।
मैं राह का चराग हूं सूरज तो हूं नहीं
जितनी मेरी विसात है काम आ रहा हूं मैं
मोहम्मद शोऐब रज़ा निज़ामी फ़ैज़ी
फाउंडर व चीफ एडिटर: हमारी आवाज़
डायरेक्टर : इंट्रोपीडिया (तार्रुफी मरकज़) 9792125987