मोतीहारी, बिहार: 29 नवंबर
हमारे बच्चे राष्ट्र के धरोहर हैं इन्हें इस्लामी शिक्षा में साथ साथ दुनिया की बड़ी से बड़ी यूनिवर्सिटी में जाकर तालीम हासिल करने के लिए प्रेरित करें। उक्त बातें मेहसी के समदपुरा मस्जिद ग्राउंड में आयोजित सीरत ए नबी क्विज मुकाबला में बिहार यूनिवर्सिटी उर्दू के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर फारुक़ सिद्दीकी ने कही। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार में इस तरह का यह पहला इस्लामिक क्विज मुकाबला देख रहा हूं जिसमें मदरसे के बच्चे आयोजन समिति द्वारा तैयार प्रशनावली का जवाब बहुत ही स्पष्ट रूप से दे रहे हैं। इनकी तरबियत अच्छे तरह दी गई होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर समाज का आईना होता है। इसके लिए हमें बच्चों को अच्छे साँचा में ढालना होगा तब जाकर आई ए एस , आई पी एस, इंजीनियर, डॉक्टर सहित अन्य बड़े ओहदे पर जा सकते हैं। उन्होंने ने कहा कि हमें इसके लिए दीनी तालीम के साथ-साथ दुनिया के हर इल्मों फन को हासिल करना होगा , तभी हमारी हमारी तरक्की होगी। इस क्विज मुकाबला में 100 बच्चों ने भाग लिया। इस क्विज मुकाबला को 3 सेशन में बांटा गया था। पहले सेशन में बच्चों के बीच लिखित सवाल दिए गए और सभी बच्चों ने उसका जवाब दिया। दूसरे सेशन में पांच पांच बच्चे का 10 ग्रुप बनाकर ग्रुप वाइज सवाल पूछे गए, जिसे बच्चों ने बड़ी तन्मयता से सही उत्तर दिया। इस क्विज मुकाबले में चकिया प्रखंड के नरदरवा मदरसा का ग्रुप प्रथम स्थान प्राप्त किया । वही दूसरे नंबर पर चकिया प्रखंड के इमादपट्टी ने जीत हासिल की । वही मेहसी प्रखंड के हरपुरनाग मदरसा ग्रुप के बच्चों ने तीसरा स्थान हासिल किया। तीसरे सेशन में बच्चों के बीच चकिया स्थित जनता एलेट्रिक की ओर से सभी विजयी ग्रुप को कप , खेल सामग्री सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस सीरत के नबी क्विज मुकाबले का आयोजन नौजवान कमेटी समदपुरा के द्वारा की गई थी । जिसमें मौलाना हाफिज हैदर अली, मौलाना शकील अहमद, मौलाना नबील अहमद की सराहनीय भूमिका रही। वही इस मौके पर प्रोफ़ेसर फारूक अहमद सिद्दीकी, मौलाना मुस्ताक अहमद बुरहानी, हाफिज इरशाद रौशन चम्पराणी, मौलाना अनिसुर रहमान चिश्ती, मौलाना हशमत अली रहमानी , हाफिज शराफत अली कुअवा, फिरोज आलम अरक़म चम्पराणी,मौलाना सनाउल्लाह मिस्बाही, मैनुद्दीन मिस्बाही मुजफ्फरपुर, हजरत हाफिज अली अहमद फलाह एकेडमी चकिया, प्रोफेसर मेराज अहमद, जिला सहायक उद्यान पदाधिकारी नेयाज अहमद, मास्टर शाहिद रज़ा,
इश्तियाक अहमद, मोहम्मद नजीबुर रहमान, बीसीएम, सज्जाद हलिमी सहित अन्य लोगो ने कार्यक्रम मि सफलता के लिए काम किया।