गोरखपुर। अहमदनगर चक्शा हुसैन में शनिवार देर रात जश्न-ए- ग़ौसुलवरा हुआ। जिसमें संतकबीरनगर के मुफ्ती मो. अख्तर हुसैन क़ादरी ने कहा कि पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पूरी दुनिया के लिए आइडियल हैं। पैगंबर-ए-आज़म दुनिया के लिए रहमत, नूर आला नूर हैं। कयामत के दिन आप ही सबसे पहले उम्मत की शफ़ाअत फरमायेंगे, बंदों के गुनाह माफ करायेंगे, दर्जे बुलंद कराएंगे, इसके अलावा पैगंबर-ए-आज़म की और बहुत सी खुसूसियत है जिनकी तफ़सील क़ुरआन, हदीस व उलेमा-ए-अहले सुन्नत की किताबों में मौजूद है। पैगंबर-ए-आज़म की तालीमात पर अमल करके हम दीन व दुनिया की कामयाबी हासिल कर सकते हैं। क़ुरआन व शरीयत के बताए रास्ते पर चलें। हर बुराई से दूर रहने के लिए नमाज़ की पाबंदी करें। मदरसे इल्म का मरकज़ है। तालीम खुद भी हासिल करें और बच्चों को भी तालीम दिलाएं।
क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत हाफ़िज़ नूर अहमद क़ादरी ने की। नात-ए-पाक शादाब अहमद, मो. दानिश रज़वी, मो. दारैन ने पढ़ी। कारी शमसुद्दीन ने भी तकरीर की। संचालन हाफ़िज़ अज़ीम अहमद ने किया। अंत में सलातो सलाम पढ़कर दुआ मांगी गई। जलसे में मौलाना इसहाक, मौलाना मो. उस्मान बरकाती, मौलाना शाबान, कारी आबिद अली आदि मौजूद रहे।