गोरखपुर

गोरखपुर: पैगंबर के ख़िलाफ नरसिंहानंद के विवादित बोल पर उलेमा-ए-किराम में भारी आक्रोश

गोरखपुर। पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम व इस्लाम धर्म के ख़िलाफ विवादित बयान देने वाले शिवशक्ति धाम डासना के अधिष्ठाता यति नरसिंहानंद सरस्वती के विरोध में रविवार को तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत की बैठक जाहिदाबाद में हुई। सरकार से नफ़रत व जहरीला बयान देने वाले नरसिंहानंद पर सख्त कार्रवाई व गिरफ्तारी की मांग की गई। उलेमा ने एक स्वर में कहा कि पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की तौहीन बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस्लाम धर्म का अपमान नहीं सहेगा मुसलमान पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पर हमारी जानें कुर्बान हैं।

मुफ्ती अख्तर हुसैन मन्नानी (मुफ्ती-ए-शहर) ने कहा कि नरसिंहानंद जैसे फसादी और समाज दुश्मन को फौरन गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। नरसिंहानंद के दुर्भावना पूर्ण कृत्य से करोड़ों मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं। देश की एकता, अखंडता व भाईचारे को तोड़ने की कोशिश की गई है। पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान में तौहीन करने वाले नरसिंहानंद पर देशद्रोह के तहत कार्रवाई की जाए।

कारी अफज़ल बरकाती ने कहा कि नरसिंहानंद विकृत मानसकिता वाला शख्स है। जो सस्ती लोकप्रियता के लिए मजहब और देश के संविधान व कानून के साथ खिलवाड़ कर रहा है। ऐसे शख्स की तत्काल गिरफ्तारी की जाए। नरसिंहानंद सरस्वती देश व समाज पर बदनुमा दाग व कलंक है। पैगंबर-ए-आज़म व इस्लाम धर्म की अज़मत पर मुसलमान दिलो जान से कुर्बान हैं। बेहुर्मती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नरसिंहानंद का मानसिक संतुलन बहुत दिनों से बिगड़ा हुआ है। उसे इलाज की जरूरत है। नरसिंहानंद ने देश के साथ षड्यंत्र किया है। ऐसी दूषित मानसिकता के व्यक्ति की सही जगह जेल है। नरसिंहानंद बार-बार मुसलमानों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहा हैं। समाज को तोड़ने वाले नरसिंहानंद के खिलाफ सरकार को कड़ा कदम उठाना चाहिए। हिंदुस्तान के संविधान में सभी धर्मों को उचित सम्मान मिला है। नरसिंहानंद उसको धूमिल कर रहा है।

मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी (नायब काजी) ने कहा कि नरसिंहानंद का दिमागी संतुलन बिगड़ चुका है। उसकी असली जगह जेल है। सरकार दीन व समाज के दुश्मन पर तुरंत एक्शन ले। गिरफ्तार करे। नरसिंहानंद बार-बार देश में नफ़रत फैलाने का काम कर रहा है। नरसिंहानंद के गैर जिम्मेदाराना कृत्य से करोड़ों मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं। मुसलमानों की आस्था को ठेस पहुंची है। मुसलमानों में आक्रोश है। इससे पहले भी कई बार नरसिंहानंद मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा चुका है। पैगंबर-ए-आज़म की तौहीन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पैगंबर-ए-आज़म, क़ुरआन-ए-पाक व सहाबा का दुश्मन दीन-ए-इस्लाम व पूरी इंसानियत का दुश्मन है।

मुफ्ती खुश मोहम्मद मिस्बाही ने कहा कि नरसिंहानंद पैगंबर-ए-आज़म व इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन है। उसकी सोच व कृत्य मानसिक दिवालिएपन को दर्शाती है। ऐसा शख्स अमन शांति के लिए खतरा है। इस्लाम धर्म व पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की अज़मत पर मुसलमान हर तरह से कुर्बान है। अदना सी गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब बर्दाश्त की हद पार हो चुकी है। हमारी मांग है कि नरसिंहानंद गिरफ्तारी का आदेश जारी किया जाए। सख्त से सख्त सजा दी जाए।

बैठक में मौलाना रजिउल्लाह मिस्बाही, कारी मो. अनस रज़वी, कारी निज़ामुद्दीन, हाफ़िज़ बदरे आलम, हाफ़िज़ रहमत अली निज़ामी, हाफ़िज़ आमिर हुसैन निज़ामी, समीर आलम, सदरे आलम, अशरफ रज़ा आदि उलेमा शामिल हुए।

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