अ़ल्लामा पीर सय्यद नूरुल्लाह शाह बुख़ारी का इज़हारे ताज़ियत
सेहलाऊ शरीफ़ / बाड़मेर (प्रेस रिलीज़)
खानवादा-ए- बरकातिया माहरहरा शरीफ के काबिल फख्र सुपुत्र, नबीरा-ए-सरकार अहसनुल उ़ल्मा और होनहार अफसर सय्यद बरकात हैदर बरकाती (नायब तहसीलदार, ग्वालियर) के अचानक इंतिक़ाल पर दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफ़ा सेहलाऊ शरीफ़ के मोहतमिम एवं शैख़ुल हदीस नूरुल उ़ल्मा पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुख़ारी बरकाती मदज़िल्लु आ़ली ने अपने गहरे दुःख और संवेदना का इज़हार करते हुए इसे इस्लामिक समाज और खानवादा-ए-बरकातिया के लिए एक अ़ज़ीम नुक़सान बताया।
हज़रत ने फ़रमाया:
“सय्यद बरकात हैदर बरकाती मरहूम की शख़्सियत खानदानी वक़ार, इल्म और समाज सेवा का जीवंत उदाहरण थी। उनकी मेहनत, शालीनता और बुद्धिमत्ता ने न केवल उनके माता-पिता और परिवार को बल्कि पूरे समाज को गर्व का अवसर दिया। उनके अचानक निधन से पूरी क़ौम, विशेष रूप से खानवादा-ए- बरकातिया के अनुयायियों और चाहनेवालों में गहरा शोक है।”
उन्होंने आगे कहा:
“अभी कुछ साल पहले खानवादा-ए-बरकातिया को हज़रत सय्यद अफ़ज़ल मियां बरकाती के निधन का दुःख झेलना पड़ा था और अब उनके इकलौते बेटे की विदाई ने इस दुःख को और गहरा कर दिया है। सैयद बरकात हैदर मरहूम की धार्मिक और सामाजिक सेवाएं हमेशा एक मिसाल बनी रहेंगी।”
इस मौक़े पर हज़रत अ़ल्लामा सय्यद नूरुल्लाह शाह बुख़ारी ने दुआ की:
“ऐ अल्लाह! सय्यद बरकात हैदर बरकाती की मग़फ़िरत फ़रमा, उनके दर्जे बुलंद कर और जन्नतुल फिरदौस में ऊँचा मक़ाम अ़ता फ़रमा। जुम्ला खानवादा-ए-बरकातिया विशेष तौर परसमेत हज़ूर अमीने मिल्लत, हज़ूर शरफ़े मिल्लत, हज़ूर रफ़ीक़े मिल्लत, व अमाने अहले सुन्नत मदज़िल्लुहुम, उनकी मां, बहन और पूरे परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने का सब्र प्रदान कर।”
अन्य ने भी व्यक्त की संवेदना:
दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफ़ा सेहलाऊ शरीफ़, बाड़मेर, राजस्थान के सभी शिक्षक और पदाधिकारी भी इस दुःख में शामिल हुए। उन्होंने संवेदना व्यक्त की और प्रार्थना(दुआ़ ) की कि अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त मरहूम की सेवाओं को अपनी बारगाह में स्वीकार करे और उनके परिवार को इस भारी दुःख को सहने की ताक़त दे।
उक्त जानकारी दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफ़ा सेहलाऊ शरीफ़ के नाज़िमे तालीमात हज़रत मौलाना मुहम्मद शमीम अहमद साहब नूरी मिस्बाही द्वारा प्रेस रिलीज़ के माध्यम से साझा की गई।