- गरीबी को हराकर नेट पास करने वाले हाफिज अतीक़ुल्लाह की कहानी है प्रेरणादायक
- हाफिज अतीकुल्लाह ने नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर साबित किया – मेहनत और लगन से कुछ भी संभव है
सिद्धार्थनगर / संतकबीरनगर।
डुमरियागंज के बिथरिया गांव में स्थित एक छोटे से मकतब में पिछले 21 वर्षों से बच्चों को पढ़ाने वाले हाफिज अतीकुल्लाह ने नेट परीक्षा उत्तीर्ण कर एक नए मुकाम को हासिल किया है। यह उनकी तीसरे प्रयास में मिली सफलता है।
हाफिज अतीकुल्लाह ने अपनी शिक्षा के साथ-साथ परिवार का पालन-पोषण भी किया। वे गांव-गांव घूमकर सदरी, तहबंद, रुमाल और इत्र बेचते थे। उनकी कोई स्थाई दुकान नहीं थी, इसलिए उन्हें ‘फिरती दुकान’ के नाम से जाना जाता था।
हाफिज अतीकुल्लाह की इस सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। क्षेत्र के युवाओं ने उनके घर पहुंचकर उन्हें मिठाई खिलाकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
हाफिज अतीकुल्लाह की कहानी युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि अगर इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो क्षेत्र का पिछड़ापन और सीमित संसाधन उसकी सफलता के आड़े नहीं आते।


