आज 10/07/22 को ईदुल अजहा बड़े जोश व खरोश के साथ मनाई गई।
दौलतपुर लोनहट ईद गाह में हजरत कारी मोइनुद्दीन ने नमाजे ईदुल अजहा की इमामत फरमाई।
मुसलमानने हिंद को संबोधित करते फरमाया की कुर्बानी एक पवित्र अल्लाह को राजी करने का अमल है। ना हमारे कुर्बानी का खून न गोश्त अल्लाह को पहोंचता है बल्के हमारा तकवा अल्लाह को पसंद है।इस्लाम एक पवित्र मजहब है हमने अपने करतूतों से इस्लाम को बदनाम किया है।मुसलमानों इस्लाम के सच्चे फॉलोअर बंजाओ।इस्लाम अमन व सलामती व शांति चाहता है।ऐसा कैरेक्टर अपना बनाओ के दुनिया के लोग तुमसे मोहब्बत करने लगे और भाई चारगी पैदा करो।
उसके बाद कारी मोइनुद्दीन खान अशरफी शमसी ने नमाज और खुतबा व आखिर में दुआ की गई की हिंदुस्तान में अमन व शांति बनी रहे हिंदू ,मुस्लिम सब मिलजुल कर रहे ऐसी अल्लाह से दुआ की गई।
मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना
हिंदी है हम वतन ये हिंदुस्तान हमारा
और सारे लोगो ने आमीन कहा।और सासन पर्शासन का शुक्रिया भी अदा किया।