आज से 39 साल पहले 18 फ़रवरी 1983 को असम के नेली में “नेली नरसंहार” हुआ था जिसमें करीब दस हजार से ज़्यादा मुसलमानों की हत्या हुई थी, इंदिरा गांधी की सरकार थी!
क्या आपको पता है कि इस नरसंहार को दूसरी आलमी जंग के बाद का सबसे बड़ा नरसंहार कहा गया था?
इस नरसंहार के बाद तिवारी कमीशन का गठन किया गया, जो 600 पेज की रिपोर्ट 1984 में सरकार को सौंपी थी।
लेकिन उस रिपोर्ट को कांग्रेस ने सार्वजनिक तक नही किया, 688 क्रिमनल केसेज रजिस्टर किया गया पर कार्रवाई किसी पर भी नही हुई।
सबसे शर्मनाक बात ये है कि भारत सरकार ने 1985 में कमीशन की इस रिपोर्ट को ख़त्म कर दिया और इतने बड़े नरसंहार के केस को हमेशा-हमेशा के लिये बंद कर दिया।
मानवता व इस राष्ट्र के लिये इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि इतना बड़ा नरसंहार होने के बावजूद किसी एक भी शख्स को सजा नही हुई, सब आरोपी आज़ाद घूम रहे हैं