गोरखपुर। रहमतनगर स्थित दरगाह पर हज़रत मोहम्मद अली बहादुर शाह अलैहिर्रहमां के 105वें उर्स-ए-पाक का समापन मंगलवार को कुल शरीफ व दुआ ख़्वानी के साथ हुआ। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया।
दरगाह से मोहब्बत व भाईचारगी का पैग़ाम आम करने की नसीहत मिली। वहीं नेक बनने, शरीअत पर अमल करने, फराइज को उनके वक्त पर अदा करने, सुन्नतों से नाता जोड़ने, बुराई से बचने, पड़ोसियों, रिश्तेदारों व सभी के साथ अच्छा व्यवहार करने का पैग़ाम भी मिला। अंत में सलातो-सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। उर्स-ए-पाक में मौलाना अली अहमद, गज़नफर शाह अज़हरी, हाफ़िज़ यासीन, हाफ़िज़ अमन, हाजी नफ़ीस, रफीक, तौसीफ अहमद, अली अख़्तर शाह, फिरोज अहमद, मो. फैज़, अरशद, जैद चिंटू, अमान, शाहिद, शहबाज, आसिफ, आरिफ, रेयाज, समीर अली, अली जफ़र शाह, अली मुजफ्फर शाह आदि ने शिरकत की।