लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, गोरखपुर आजकल जवान लड़के लड़कियों को घर में बिठाये रखना और उनकी शादी में ताख़ीर करना आम हो गया है। इस्लामी नुक्तए नज़र से यह एक गलत बात है। हदीस पाक में है। रसूल ए अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं। जिसकी लड़की 12 बरस की उम्र को पहुंचे जाए […]