कविता

दीवाली गीत

रौशनी बन के छाई दीवालीमेरे घर मुस्कुराई दीवाली आओ इस को दिलों में भर लें हमजो उजाला है लाई दीवाली हिज्र में यादों के दिये रख करअब के मैं ने जगाई दीवाली ज़ुल्म की तीरगी से गुज़रे हैंतब कहीं हम ने पाई दीवाली कट गया मरहबा मेरा बनबासआज मैं ने मनाई दीवाली पैरहन उस का […]