गोरखपुर

आम-अवाम: क़ुर्बानी से बढ़ती है मोहब्बत व भाईचारगी

गोरखपुर। जमुनहिया बाग गोरखनाथ निवासी मुनाजिर हसन ने कहा कि इस्लाम धर्म में कुर्बानी देना वाजिब है। पैगंबर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम व पैगंबर हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी का कुरआन व हदीस से साबित सच्चा वाकया ईद-उल-अज़हा पर्व की बनुियाद है। ईद-उल-अजहा पर्व शांति व उल्लास के साथ मनाएं। साफ-सफाई का खूब अच्छी तरह ख्याल […]

सामाजिक

बकरा ईद और ग्रामीण अर्थव्यवस्था

बकरा ईद एक ऐसा त्यौहार जिसमें पैसा, जानवर के खाने के चारे से लेकर, ट्रांसपोर्ट से लेकर, कुर्बान करने का मेहनताना तक, सब गरीब देसी तबके के लोगों के हाथ में जाता है। बकरा बकरी पालन देश का सबसे गरीब तबका और गाँव में रहने वाला वर्ग करता है।यह वो FD है जो हर बकरीद […]

धार्मिक

लाखों लोगों का रोजगार कुर्बानी से जुड़ा हुआ है : मुनाजिर हसन

गोरखपुर। जमुनहिया बाग गोरखनाथ निवासी मुनाजिर हसन ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए कहा कि दीन-ए-इस्लाम में कुर्बानी देना वाजिब है। पैगंबर हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम व पैगंबर हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी का कुरआन व हदीस से साबित सच्चा वाकया ईद-उल-अज़हा पर्व की बनुियाद है। ईद-उल-अजहा पर्व शांति व उल्लास के साथ मनाएं। क़ुर्बानी रोजगार का […]

धार्मिक

कुर्बानी की ईद

ईदुल अज़हा, ईमानदारी, सच्चाई और बलिदान की एक ऐसी अद्वितीय घटना है जिसका उदाहरण आज तक कोई कौम पेश नहीं कर सकी। इसलिए अल्लाह ने इस सर्वश्रेष्ठ और उच्चतम घटना को क़यामत तक के लिए जारी रख दिया ताकि ईदुल-अजहा की ऐतिहासिक हैसियत पर दृष्टि रखते हुए मोमिन बन्दे अपने अंदर भी वही जज़्बा पैदा […]

बरेली

उन्हीं जानवरों की करें कुर्बानी जिसकी भारतीय कानून ने दी है इजाज़त: अहसन मियां

हलाल पैसों से ही कुर्बानी जायज़।खुले में न करें कुर्बानी। नालियों में न बहाए खून। बरेली:ईद-उल-अज़हा का त्यौहार देश भर में 10 जुलाई को मनाया जाएगा। ये त्यौहार तीन दिन तक मनाया जाता है। इस दिन मुसलमान सूरज निकलने के बाद दो रकात नमाज़ वाजिब अदा करता है। उसके बाद साहिबे निसाब (शरई मालदार) मर्द […]

धार्मिक

क़ुर्बानी के फज़ाइल व मसाइल (क़िस्त 2)

हदीस शरीफ़ इमाम मुस्लिम हज़रते आयशा सिद्दीक़ा रज़िअल्लाहू तआला अन्हा से रावी के हुज़ूर अलैहिस्सलाम ने हुक्म फ़रमाया किसींग वाला मेंढा लाया जाए जो स्याही में चलता हो और स्याही में बैठता हो और स्याही में नज़र करता हो यानी उसके पांव सियाह हों और पेट सियाह हो और आंखें सियाह हों वो कुर्बानी के […]

धार्मिक

क़ुर्बानी का फज़ाइल व मसाइल (क़िस्त 01)

मख़्सूस जानवर को मख़्सूस दिन में ब नियते तक़र्रुब ज़िबाह करना कुर्बानी है और कभी उस जानवर को भी अज़्हियह और कुर्बानी कहते हैं जो ज़िबह किया जाता है। कुर्बानी हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की सुन्नत है जो इस उम्मत के लिए बाक़ी रखी गई और नबी ए करीम सल्लल्लाहू तआला अलैही वसल्लम को कुर्बानी करने […]